अंकिता दास ने कहा कि वह अपने परिवार को लेकर चिंतित है.
अंकिता दास, जो एक भारतीय महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी हैं, हिंदी समाचारों में उनकी हालिया उपलब्धियों और अनुभवों के बारे में जानकारी उपलब्ध है, जिसमें 2014 में 75वीं सीनियर नेशनल टेबल टेनिस चैंपियनशिप में महिला एकल का खिताब जीतना और 2015 में राष्ट्रमंडल टेबल टेनिस चैंपियनशिप में भारतीय महिला टीम में रजत पदक जीतना शामिल है.
अंकिता दास ने कहा कि वह अपने परिवार को लेकर चिंतित है.
उन्होंने कहा कि अगर उन्होंने उनसे पूछा होता, तो वह उन्हें बताती, लेकिन उन्होंने स्थानीय पार्षद से शिकायत की और तीन दिनों तक वे उनका और उनके परिवार का अपमान करते रहे.
उन्होंने कहा कि यही कारण है कि उन्हें फेसबुक पर पोस्ट लिखनी पड़ी.
कुछ लोगों ने अंकिता दास और उनके परिवार को जर्मनी से लौटने के बाद अफवाहों का शिकार बनाया था,
जिसके बाद उन्हें खेल मंत्रालय और टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया से मदद मिली.
अंकिता दास ने बताया कि कुछ पड़ोसी अफवाह फैला रहे थे कि वह एक दिन पहले ही आ गई थी और वह झूठ बोल रही है.
उन्होंने बताया कि स्थिति खराब हो रही थी और वह और उनका परिवार किराने का सामान लेने के लिए बाहर निकलने में असमर्थ था.
उन्होंने खेल मंत्रालय और टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया से मदद की गुहार लगाई.
खेल मंत्रालय और टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया ने उनकी बहुत मदद की.
पुलिस के डीजीपी ने उन्हें फोन किया और आश्वासन दिया कि अगर फिर कुछ ऐसा होता है, तो वे निपट लेंगे.