आगरा का लाल किला, जिसे आगरा किला भी कहा जाता है,

आगरा का लाल किला, जिसे आगरा किला भी कहा जाता है,
उत्तर प्रदेश के आगरा में यमुना नदी के किनारे स्थित एक ऐतिहासिक मुगल किला है,
जो 16वीं सदी में लाल बलुआ पत्थर से बनाया गया था।
मुगल सम्राट अकबर ने 1565 में इस किले का पुनर्निर्माण करवाया था और 1573 में यह बनकर तैयार हुआ था।
यह किला 1638 तक मुगल वंश के शासकों के मुख्य निवास के रूप में कार्य करता था.
1857 के भारतीय विद्रोह के दौरान यह एक लड़ाई का स्थल था.
यह किला लाल बलुआ पत्थर से बना है.
इसमें कई खूबसूरत इमारतें हैं, जैसे कि दीवान-ए-आम, शाही मंडप, नगीना मस्जिद, मीना मस्जिद, मच्छी भवन, खास महल, शीश महल और शाहजहानी महल.
मंडपों की बालकनियों से यमुना नदी और ताजमहल के सुंदर दृश्य दिखाई देते हैं.
पशुओं के अधिकारों के लिए काम करने वाले एक संगठन ‘पेटा’ ने मुर्गियों के साथ हो रहे क्रूरता के खिलाफ आगरा किले के सामने प्रदर्शन किया था.
आगरा के लाल किले में बेगम मस्जिद में भगवान श्रीकृष्ण की मूर्तियाँ होने का दावा किया गया है, जो अब कोर्ट में है.
आगरा किले के कुछ हिस्सों को बंद कर दिया गया है, जैसे कि शीशमहल.
आगरा किले की सफाई के दौरान मुगलकालीन नाला मिला है.
आगरा किले परिसर के शौचालय से 6 फुट लंबा रैट स्नेक को बचाया गया.