इंडिया गेट (India Gate), भारत की राजधानी नई दिल्ली (Delhi) के राजपथ (Rajpath) पर स्थित एक युद्ध स्मारक है. इसे पहले किंग्सवे (Kingsway) कहा जाता था.

इंडिया गेट (India Gate), भारत की राजधानी नई दिल्ली (Delhi) के राजपथ (Rajpath) पर स्थित एक युद्ध स्मारक है. इसे पहले किंग्सवे (Kingsway) कहा जाता था.
प्रथम विश्व युद्ध (World War I) में हुए शहीद ब्रिटिश भारतीय सेना के 90,000 सैनिकों के स्मारक के रूप में खड़ा है.
इस स्मारक में 13,300 सैनिकों के नाम लिखे हुए हैं
इंडिया गेट की आधारशिला तब अखिल भारतीय युद्ध स्मारक कहा जाता था.
10 फरवरी 1921 को ब्रिटिश भारतीय सेना, इंपीरियल सर्विस ट्रूप्स के अधिकारियों, कमांडर इन चीफ, और चेम्सफोर्ड, वायसराय द्वारा आयोजित एक समारोह में ड्यूक ऑफ कनॉट द्वारा रखी गई थी
21 जनवरी 2022 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने घोषणा की कि सुभाष चंद्र बोस की एक प्रतिमा इंडिया गेट पर चंदवा में स्थापित की जाएगी. यह घोषणा स्वतंत्रता सेनानी की 125वीं जयंती से दो दिन पहले की गई.
23 जनवरी 2022 को स्थल पर बोस की 28 फीट ऊंची और 6 फीट चौड़ी 3डी होलोग्राफिक प्रतिमा का उद्घाटन किया गया,
जिसे प्राक्रम दिवस के रूप में मनाया जाता है.
इस अवसर पर आपदा प्रबंधन में अनुकरणीय कार्य के लिए बोस के नाम से एक पुरस्कार भी स्थापित किया गया है