रूसी रसायनज्ञ दिमित्री मेंडेलीव (1834-1907) ने आवर्त सारणी की खोज की थी
रूसी रसायनज्ञ दिमित्री मेंडेलीव (1834-1907) ने आवर्त सारणी की खोज की थी.
उन्हें आवर्त सारणी का जनक माना जाता है.
मेंडेलीव ने आवर्त नियम भी तैयार किया था.
उन्होंने अपने चार्ट में अज्ञात तत्वों के लिए रिक्त स्थान छोड़े थे.
उन्होंने रिक्त स्थान के पास तत्वों के भौतिक और रासायनिक गुणों का अध्ययन करके इन नए तत्वों की विशेषताओं का अनुमान लगाया.
उन्होंने इकासिलिकॉन, इकाएल्युमिनियम और इकाबोरोन (क्रमशः जर्मेनियम , गैलियम और स्कैंडियम ) कहे जाने वाले तत्वों के गुणों की सटीक भविष्यवाणी की.
उन्होंने कुछ ज्ञात तत्वों के गुणों में परिवर्तन का भी प्रस्ताव रखा.
उन्होंने आवर्त सारणी को “आवर्त प्रणाली” कहा.
मेंडेलीफ़ के आवर्त नियम के अनुसार तत्वों के भौतिक एवं रासायनिक गुण उनके परमाणु भार के आवर्त फलन होते हैं.
अर्थात, यदि तत्वों को उनके बढ़ते हुए परमाणु भार के क्रम में सजाया जाए तो एक निश्चित अंतराल के बाद समान गुणवाले तत्व पाए जाएंगे.