विज्ञान

तीज व्रत के दौरान पानी भी नहीं पीना चाहिए. 

तीज व्रत के दौरान पानी भी नहीं पीना चाहिए.

यह व्रत भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है

और इसे निर्जला रखा जाता है.

व्रत का पारण अगले दिन सूर्योदय के बाद किया जाता है.

हरतालिका तीज की कथा देवी पार्वती के कठोर तपस्या और भगवान शिव को पति के रूप में प्राप्त करने की कहानी से जुड़ी है.

अविवाहित कन्याएं भी अच्छे पति की कामना के लिए यह व्रत रख सकती हैं.

हरतालिका तीज व्रत, जिसे सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और खुशहाल वैवाहिक जीवन के लिए रखती हैं,

हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है.

हरतालिका तीज का ये त्योहार मुख्यतौर पर राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार और झारखंड में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।

इस साल 6 सितंबर 2024 को हरतालिका तीज का व्रत रखा जाएगा।

इस दिन पूजा पाठ के साथ-साथ व्रत नियमों का भी खास ध्यान रखा जाता है,

अन्यथा कुछ अपशगुन हो सकता है। ऐसे में आइए हरतालिका तीज के व्रत नियमों के बारे में जान लेते है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button