हरदोई का विक्टोरिया भवन टाउन हॉल के नाम से जाना जाता है.

हरदोई का विक्टोरिया भवन टाउन हॉल के नाम से जाना जाता है.
यहां पर रिक्त पड़े विशाल भवन के भूभाग में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने 1929 में विशाल जनसभा की थी. इस जनसभा में बड़ी संख्या में हरदोई और आसपास के जिलों के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और आजादी के मतवाले शामिल हुए थे. बापू की इसी जनसभा के बाद अंग्रेजों के खिलाफ एक बड़ी आवाज हरदोई से भी उठी थी. इसी जनसभा में विदेशी कपड़ों की होली भी जलाई गई थी.
इसी जनसभा से यहां के लोगों ने स्वदेशी कपड़ों को न पहनने की शपथ ली थी.
यहां की महिलाओं ने आजादी की लड़ाई के लिए अपने आभूषणों का दान गांधी जी को कर दिया था.
इस बड़े विशालकाय भवन की देख-रेख नगर मजिस्ट्रेट डॉ. सदानंद गुप्ता के जिम्मे है.
उन्होंने बताया कि यह अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन घोषणा वाला स्थल है.
हरदोई जिले का निर्माण 1850 से 1863 के दौरान नगर मजिस्ट्रेट डब्ल्यू एस चापर के द्वारा किया गया था.
1857 में ईस्ट इंडिया कंपनी और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बीच में हरदोई की रुईयागढ़ी में बड़ा युद्ध हुआ था. इसी दौरान ब्रिटिश संसद ने विक्टोरिया को कैसर-ए-हिंद का ताज देकर सम्मानित किया था.