Carica papaya”, जो कि पपीते का वैज्ञानिक नाम है,
Carica papaya”, जो कि पपीते का वैज्ञानिक नाम है,
हिंदी में समाचारों में मुख्य रूप से इसके स्वास्थ्य लाभों, डेंगू के इलाज में पत्तियों के रस के उपयोग और खेती के तरीकों पर चर्चा होती है.
पपीते की तासीर गरम होती है.
अधिक मात्रा में पपीते का सेवन करने से दस्त हो सकते हैं.
पपीते को सुबह या दोपहर के खाने के बाद खाना सबसे अच्छा होता है.
डेंगू के मरीजों के लिए पपीते के पत्तों का रस प्लेटलेट्स बढ़ाने में मदद करता है.
पपीते की खेती किसानों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकती है, क्योंकि इसकी बाजार में अच्छी मांग है.
पपीते के पौधों में लगने वाले रोगों और कीटों से बचाव के लिए समय पर उपाय करना चाहिए.
पपीते की खेती के लिए अच्छी किस्म के बीज और सही समय पर बुवाई करना महत्वपूर्ण है.
पपीते में विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं.
पपीते के फल और पत्तियों का उपयोग त्वचा और बालों की समस्याओं के इलाज में भी किया जाता है.
पपीते के पत्तों का रस डेंगू के मरीजों में प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ाने में मदद कर सकता है.
पपीते को पाचन क्रिया को बेहतर बनाने और कब्ज से राहत देने के लिए जाना जाता है.